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7 फिल्मों ने बनाया बॉलीवुड का चर्चित ‘मां’, संजय दत्त को बनाया था स्टार, मौत से 1 दिन पहले किया काम

मुंबई। बॉलीवुड में लीड एक्टर्स की अन्य फिल्मों को चलाने में अलग-अलग कलाकारों का भी अहम रोल होता है। उन पर फिल्में टिकी होती हैं और ये कलाकार ही स्टोरी का फ्लोट बनाए रखते हैं। फिल्मों में ‘मां’ का किरदार भी हमेशा अहम रहा है। इन किरदारों की जब भी बात सामने आती है तो बॉलीवुड की कुछ ऐसी अभिनेत्रियां हैं, सच में जिक्र हमेशा होता है। इन अदाकारों ने इतने बड़े पर्दे पर मां की छाप उकेरा है कि वे आज भी लोगों के जेहन में हैं। ऐसी एक प्रतिभाशाली अभिनेत्री रीमा लागू (Reema लागू) थीं। विश्वसनीयता और प्यार की मूरत करने वाली मां की भूमिका में उन्हें बहुत पसंद आया। आज रीमा की डेथ एनिवर्सरी पर आइए, उनके 7 अहम किरदारों की बातें करते हैं।

रीमा लागू करें अपने काम को लेकर बेहद समर्पित थीं। वे अपने चरित्रों में पूरी तरह से ढंका करती थीं। रीमा का जन्म 21 जून 1958 को हुआ था। उन्होंने करियर की शुरुआत थिएटर आर्टिस्ट के तौर पर की थी। इसके बाद उन्होंने हिंदी और मराठी सिनेमा में काफी नाम कमाया। उनकी मां मराठी एक्ट्रेस और इस वजह से वे बाल कलाकार थे के तौर पर काम करना शुरू कर दिया था। रीमा ने करियर के दूसरे फेज में सपोर्टिंग किरदार निभाना शुरू किया था। साल 1988 में आई फिल्म ‘कयामत से कयामत तक’ में उन्होंने जूही चावला की मां की भूमिका निभाई थी और इस किरदार ने उन्हें नई पहचान दी।

रीमा की ‘मां’ की 7 खास फिल्में
रीमा के किरदार ‘मां’ के किरदारों को खास पसंद आने वाले थे। यही कारण था कि फिल्म निर्माताओं के बीच भी ‘मां’ की भूमिका के लिए वे पहली बार चुनाव कर रहे थे। रीमा ने यूं तो कई फिल्मों में मां का रोल किया लेकिन 7 फिल्में ऐसी हैं, जिनके किरदारों ने बॉलीवुड में एक अलग छाप छोड़ी। इनमें ‘हम आपके हैं कौन’ (1994), ‘ये दिल्गी’ (1994), ‘दिलवाले’ (1994), ‘रंगीला’ (1995), ‘कुछ कुछ होता है’ (1998), ‘हम साथ साथ हैं’ (1999) ), ‘वास्तव’ (1999) और ‘कल हो ना हो’ (2003) शामिल हैं। फिल्म ‘वास्तव’ में तो रीमा की वजह से ही संजय दत्त की भूमिका सामने आई थी।

(ट्विटर@FilmHistoryPic)

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मौत से 1 दिन पहले तक गोली मार दी
रीमा लागू हमेशा अपने काम को लेकर काफी संजीदा रहती थीं। इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अपनी मौत के 1 दिन पहले ही काम कर लिया था। रीमा ने 17 मई 2017 को शाम 7 बजे तक टीवी शो ‘नामकरण’ के लिए शूटिंग की थी। उसी रात उन्हें सीन में दर्द की शिकायत हुई और देर रात 1 बजे उन्हें अस्पताल ले जाया गया। कार्डिएक अरेस्ट के कारण सुबह सवा तीन बजे उनका निधन हो गया था।

टैग: मनोरंजन विशेष, रीमा लागू

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