छत्तीसगढ़

बीजापुर में 50 माओवादियों का समर्पण, फायरिंग और ब्लास्ट में थे शामिल

UNITED NEWS OF ASIA. बीजापुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छत्तीसगढ़ दौरे से पहले बीजापुर में 50 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण करने वालों में से 13 नक्सलियों पर कुल 68 लाख रुपए का इनाम घोषित था। यह आत्मसमर्पण सुरक्षा बलों के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है।

2025 में अब तक 157 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

छत्तीसगढ़ में इस साल अब तक 157 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है, जबकि 153 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा, विभिन्न मुठभेड़ों में 83 नक्सली मारे गए हैं। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली फायरिंग, आईईडी ब्लास्ट और आगजनी जैसी हिंसक घटनाओं में शामिल थे।

वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में हुआ आत्मसमर्पण

बीजापुर में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों ने सीआरपीएफ डीआईजी देवेंद्र सिंह नेगी, पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र यादव, एडिशनल एसपी मयंक गुर्जर (आईपीएस), डीएसपी शरद जायसवाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष हथियार डाले।

पुनर्वास नीति के तहत मिलेगी सहायता

आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति के तहत प्रत्येक को 25-25 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की गई है। इसके अलावा, सरकार की ओर से मिलने वाली अन्य सुविधाएं भी इन्हें दी जाएंगी, जिससे वे समाज की मुख्यधारा में लौट सकें।

बस्तर में कमजोर पड़ रहा नक्सल संगठन

बीजापुर में हुआ यह आत्मसमर्पण इस ओर इशारा करता है कि नक्सली संगठन लगातार कमजोर हो रहे हैं। सुरक्षा बलों की सख्त रणनीति और पुनर्वास नीति के कारण बड़ी संख्या में माओवादी सरेंडर कर रहे हैं। आने वाले समय में और भी नक्सलियों के आत्मसमर्पण की संभावना जताई जा रही है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से ठीक पहले हुआ यह आत्मसमर्पण सरकार की सख्त नक्सल विरोधी नीति और शांति प्रयासों की सफलता को दर्शाता है। अब देखना होगा कि आने वाले समय में यह बदलाव बस्तर क्षेत्र में कितना असर डालता है।

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