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बरसात का आनंद लेने के लिए जब आप स्ट्रीट फूड (Street Food) ट्राई करने की कोशिश करते हैं, तो इससे आपके पेट के लिए समस्या बढ़ सकती है। वहीं गर्मी में तेज में कई बार निर्जलीकरण (डिहाइड्रेशन), ज्यादा तना जुनियां या गलत काम्बिनेशन के फूड्स खाने से पेट में दर्द, जलन और ब्लोटिंग होने लगती है। दरअसल, खाना सही तरीके से डाइजेस्ट न होने के कारण पेट खराब हो जाता है। वहीं समस्या ज्यादा गंभीर होने पर शरीर में उल्टी, लूज मोशन और चक्कर जैसे सामान्य लक्षण नजर आते हैं। बार-बार मां और दादी ऐसी स्थिति में कभी हाथ पर एक चुटी जिम्मा और नमक रखती रहती हैं, तो कभी नींबू पर काला नमक लेने वाली चाटने की सिफारिशें ही।आइए जानते हैं ऐसे कुछ आसान और लाभ के नुस्खे, जो तुरंत आपकी समस्या को कर सकते हैं दूर।
बैक्टीरिया और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी दोनों ही जोखिम कारक हैं
बरसात के मौसम में बैक्टीरिया जल्दी ग्रो करते हैं। उस बारिश के मौसम में जब आप बाहर का खाना चौपड़ते हैं, तो यह जोखिम और बहुत अधिक बढ़ जाता है। एनसीबीआई के अनुसार शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी वाले खाद्य विषाक्तता का कारण बनता है। ऐसे में शरीर में तरल पदार्थों का संतुलन बनाए रखने के लिए इन चीजों को बनाए रखें। दरअसल, इलेक्ट्रोलाइट्स में सोडियम, पोटेशियम और कैल्शियम जैसे यौगिक मौजूद होते हैं। शरीर में बढ़ रहे निर्जलीकरण के लक्षणों को रोकने के लिए तरल पदार्थ का सवन आवश्यक है।
जानिए वो आसान नुस्खे, जो दूर करेंगे आपकी परेशानी को दूर
1. केला और दही ताकत
केले में पेटेशियम की मात्रा होती है। जो शरीर में फलूइड्स की कमी को रेगुलेट करने का काम करता है। ये न केवल खाने में खुलता है बल्कि पचाने में भी आसान होता है। आप चाहें तो दही में मिलाकर भी खा सकते हैं। दही में मौजूद एंटी बैक्टिरियल प्रापर्टीज आपके शरीर में आने से रोकता है।
2. अदरक का पानी और शहद
एंटी इंफ्लामेंट्री गुणों से भरपूर अदरक पेट फूलने और दर्द होने की समस्या को दूर करता है। इसके लिए एक कप पानी में अदरक की धारणा। पानी आधा होने तक उन्हें उपने दें। इसके बाद आधा चम्मच शहद मिला। अब इस पानी को पीएंगे। साथ में मोह के साथ मजबूत। अदरक में निहित गुणों से पाचन तंत्र को प्राप्त होता है।
3. हैरान सिरका
एक कप गुनगुने पानी में एक स्पार्कल पार्टनर्स पी लें। ये उपाय दिन में दो बार करें। इससे शरीर में मौजूद टॉक्सिन बाहर आ जाता है और शरीर आसानी से डिटॉक्स हो जाता है। दरअसल, सिरके में रोगाणुरोधी गुण पाए जाते हैं, जो पेट में संबंधित रहे संक्रमण को खत्म कर देता है।
4. पुदीने के डर का पानी
पुदीने का क्रेज को पानी से धोकर एक टहनी पानी में देखें। जब पानी आधा रह जाए, तो उसे छान लें। अब आप उसे दिनभर में सीप सीप कर पी सकते हैं। इसके अलावा बाज़ार में मिलने वाले पुदीने के रस की कुछ बूंदों को लाइट गुनगुने पानी में मलिकर उसी वक्त पी जाते हैं। इससे पेट को ठण्डक मिलता है।
5. नींबू पानी
विटामिन सी से भरपूर परमाणु गर्मी के मौसम में पेट संबधी होने को आसानी से हल कर देता है। आधा गिलास पानी में एक मिनट, एक चुटकी नमक और स्वाद के अनुसार मिलाकर दिन में दो से तीन बार पीएं। इससे शरीर में पानी की कमी पूरी हो जाएगी और इंफेक्शन से निजात मिल जाएगी। इसके अलावा डिटॉक्स वॉटर का भी सेवन करें। इससे पेट संधी अन्य सहूलियतों से भी मुक्ति मिलेगी।
खाद्य विषाक्तता में क्या खाने से बचें
आदतन और छुट्टियों को खाने से बचें। दरअसल, इससे पाचन में दिक्कत हो सकती है।
ज्यादा खाना खाने से बचें। इसमें मांसपेशियों की तासीर गर्म होती है, जो पेट में गर्मी पैदा करने के कारण बन सकती हैं।
बिना धोए कोई भी चीज खाने से बचें। भोजन पदाथों के अलावा अपने हाथों को भी अवश्य साफ करें। इससे पेट में संकमण अनुपात का जोखिम बना रहता है।
रोजाना बाहर खाने से डाइजेशन में परेशानी हो सकती है। इसमें डाली जाने वाली खाद्य सामग्री पाचन को नष्ट करने का काम करती है।
अत्यधिक मीट और बार बार कॉफी व चाय पीने से परहेज करें। इससे शरीर में निर्जलीकरण की स्थिति पैदा हो सकती है।
हाइजीन के ख्याल रखें और बिना रुके खाना खाने से बचें।
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