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औषधीय गुणों से भरपूर मरूआ के पत्ते गर्मी के मौसम में शरीर को कई परिस्थितियों से मुक्त करने का काम करता है। तासीर में ठंडी होने के कारण आप काढ़े से लेकर चटनी तक हर चीज में आसानी से प्रयोग कर सकते हैं। घर के गमले में इस संयंत्र में आप निहित निहित तत्वों को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। गुणों से इस भरपूर का अरोमा आपके मन को अनुमान लगाता है। तुलसी की तरह ही मरूआ को पवित्र संयंत्रों की श्रृंखला में रखा गया है। इसमें विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीऑक्सीडेंट (एंटीऑक्सीडेंट) और एंटीवायरल (एंटी वायरल) गुण पाए जाते हैं (मरुआ के पत्ते के फायदे)। इसमें आयरन और मैग्नीशियम भी पाया जाता है। इससे शरीर हेल्दी और फिट रहता है।
मरूआ को मजोरामा और मरवा भी कहा जाता है। इसकी चौड़ाई 60 तक होती है। हॉट ज़ोन पर ये तेज़ी से ग्रो करता है। इसे आप घर में अपने व्यवस्थित रूप में भी लगा सकते हैं। इसके पत्ते नुकीली और थोड़े पर स्पष्ट होते हैं। मरूआ के पत्ते दो प्रकार के होते हैं काली और हरी। हरे रंग का प्रयोग खाने में किया जाता है। वहीं काले घेरे को पूजा अर्चना के लिए प्रयोग किया जाता है।
आपकी सेहत के लिए लाभ कैसे मरुआ या मड़ुआ के पत्ते हैं
1. अवरुद्धता को करें
विटामिन और दांव-पेंच से ये पत्ते शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करते हैं। इसके सेवन से शरीर में हाई ब्लड सेल्स का उत्पादन बढ़ने लगता है। इससे शरीर को कई प्रकार से संक्रामण और बैकटिरिया से लड़ने में मदद मिलती है।
2. ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है
यह हमारे ब्लड फ्लॉन्स का नियमित रूप से उपयोग करता है। इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखने में मदद मिलती है। इसकी लगातार सेवन बॉडी को उच्च रक्तचाप जोखिम से मुक्ति मिलती है। साथ ही हृदय रोग की संभावना भी घटने लगती है।
3. सिरदर्द की समस्या से मुक्ति
अगर आप सिरदर्द की समस्या से परेशान हैं, तो यह आपके शरीर को लाभ पहुंचाने का काम करता है। आधा चम्मच रस में पानी में दूध पीने से अद्भुत आनंद मिलता है। इसके अलावा इसके चक्कर से तैयार लेप को माथे पर लगाने से न केवल सिर को ठंड लगती है बल्कि सिरदर्द भी दूर हो जाता है।
4. कोल्ड और कफ में भी करगर
अब आप मौसम बदलने के कारण आसानी से खांसी, जुकाम के शिकार हो रहे हैं, तो ऐसे में इसके डर को धोकर चाय के पानी में खोलकर पी लें। इसके अलावा आप चाय में मुलेठी का भी एड कर सकते हैं। इसका स्वाद और लाभ दोनों में इज़ाफा हो जाता है। वहीं अगर आप कफ से परेशान हैं, तो इसका काढ़ा न केवल लंग्स को हेल्दी बनाता है बल्कि गले में कफ को भी निकालने का काम करता है।
5. त्वचा को हेल्दी बनाएं
इसे पेय पदार्थों के तौर पर पीने के अलावा किसी के चेहरे पर भी लगाया जा सकता है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेंटरी गुण चेहरे पर होने से सूजन, दाग और एक्ने की समस्या को दूर करता है। इसके अलावा इसमें एंटी एजिंग गुण भी पाए जाते हैं, जो समय से पहले चेहरे पर दिखने वाले रिंकल्स को हटाने में सच साबित होते हैं।
कैसे करें कल्पना को सेवन
1. काढ़ा रहना
आप अपने सपने को धोते हुए सुखाएं। उसके बाद उपने हुए पानी में सुखी मकड़ी को डाल दें और 8 से 10 मिनट तक उपने दें। अब पानी का छींटेकर कप या टम्बलर में आग लगा दें। इसमें स्वाद के लिए आप एक चम्मच शहद और कुछ नींबू लेमन की मिला दे। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर इस पेय पदार्थों को पीने से शरीर को कई प्रकार के लाभ मिलते हैं।
2. रस के तौर पर पीएं
इसका क्रेज का रस ज़ार आसानी से मिल जाता है। इसे आप पानी में मिलाकर पी सकते हैं। इसके अलावा इसे कल्पित कथाओं में भी शामिल किया गया है माइग्रेन जैसी सामान्य से मुक्ति भी पा सकते हैं।
3. गार्निश करने के लिए
आप अपने डिब्बी को अपने डेस्कटॉप को सुखाकर डिब्बी में बंद करके रख सकते हैं। इसे आप सैंडविच या अन्य रेसिपीज में ऑरिजेनो के तौर पर प्रयोग कर सकते हैं। इसके अलावा धनिए की जगह भी लड़कियों को काटकर इस्तेमाल किया जा सकता है।
4.चटनी रहने वाला
धनिए और पुदीने की तरह ही आप इसकी सनकी का इस्तेमाल करके चटनी बनाने के लिए भी कर सकते हैं। अगर आप चटनी बनाकर अपनाते हैं, तो इससे पेट में कीड़ों की समस्या से भी मुक्ति मिल जाती है। इसकी चटनी बनाने के लिए 7 से 8 मरूआ के पत्ते और इसमें बराबर मात्रा में ही पुदीने की पहचान को मिला लें। अब इसमें एक ही प्याज और टमाटर को एक साथ पीस कर लें। अब आप चाहें तो स्वाद के अनुसार हरी मिर्च भी डाल सकते हैं। पीसने के बाद इसमें नमक और नींबू मिलाकर सर्व करें।
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