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आप में से सभी को कभी न कभी कामेच्छा की कमी महसूस होगी। इसके कई कारण हो सकते हैं, लेकिन आमतौर पर तनाव, शारीरिक और मानसिक थकान इसे सबसे ज्यादा प्रभावित करती है। इसके अलावा पेल्विक मसल्स में कमजोरी जैसी स्वास्थ्य संबंधी जोखिम भी लिबिडो में कमी ला सकते हैं। मगर घबराहट नहीं, क्यांक योग में इसका समाधान है। यदि आप किन्हीं कारणों से कामेच्छा में कमी महसूस कर रहे हैं, तो ये 4 योगासन इसे बढ़ा सकते हैं (बेहतर सेक्स के लिए योग)।
नियमित योग का अभ्यास आपके लिबिडो को बढ़ाने के साथ ही आपकी सेक्स क्षमता को भी बढ़ाता है। जी हां! कुछ ऐसे प्रभावशाली योगासन हैं (बेहतर सेक्स के लिए योग), जो सेक्स ड्राइव यानी कामेच्छा को बढ़ाने में आपकी मदद कर सकते हैं। तो सटीक स्नैपशॉट के साथ जानते हैं, ऐसे ही 4 प्रभावशाली योगासनों के बारे में। साथ ही जानेंगे इन्हें करने का सही तरीका।
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सेक्स ड्राइव और कामेच्छा बढ़ाने के लिए अपने वर्कआउट सेशन में शामिल करें ये 4 योगासन
1. सेतुबंधासन (ब्रिज पोज)
सेतुबंधासन का अभ्यास आपके पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है इसलिए सेक्स के दौरान आपको अधिक दर्द का अनुभव नहीं होता है।
यहां जानें इसे करने का सही तरीका
इसे करने के लिए सबसे पहले पीठ पीछे बल दें और दोनों हाथों को शरीर की सतह पर रखें।
अब आपके पैर के घुटने से मुड़ने और कूल्हों के पास कम हो सकते हैं।
कमर धीरे-धीरे जमीन से ऊपर की ओर उठती है, और आपका शरीर नाव के आकार का हो जाता है।
इस पोजीशन में लगभग 30 से 40 सेकंड तक बने रहें।
फिर सांस लेते हुए जमीन पर सामान्य स्थिति में वापस जाएं, और कुछ ही सेकेंड बाद वापस आ जाएं।
2. कैट काऊ पोज़
कैट काऊ पोज़ पेल्विक फ्लोर को एक्टिवेट करती है। इससे आपको बेहतर ऑर्गेज्म प्राप्त करने में मदद मिलती है। साथ ही यह कमर दर्द जैसी समस्या से भी राहत देता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि पीठ दर्द कई सारे जोड़ों में कामेच्छा कम कर सकता है।
इस तरह से अभ्यास करें
सबसे पहला योग मैट पर वज्रासन में बैठ जाएं।
फिर दोनों हथेलिओं को फैलाकर जमीन पर पकड़ें और हाथ पकड़कर घुटनों के बल गाय की तरह चढ़ें। इस अवस्था में आपके शरीर का आकार बिल्ली या गाय जैसा होना चाहिए।
फिर गहरी सांस लें और रीढ़ को नीचे की ओर झुकाएं और गर्दन को ऊपर की ओर घुमाते हुए कुछ देर इस स्थिति में बने रहें।
उसके बाद उसकी सांस से रीढ़ को ऊपर की ओर और गर्दन को नीचे की ओर झुकाएं और कुछ सेकंड तक यही स्थिति बनी रहे।
फिर सामान्य मुद्रा में वापस आ जाएं। उचित परिणाम के लिए इस मुद्रा को आप 3 से 5 बार दोहरा सकते हैं।
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3. सर्वांगासन (शोल्डर स्टैंड पोज)
सर्वांगासन के अभ्यास से शरीर के निचले हिस्से के दर्द और अकड़न को कम करने में मदद मिलती है। इसके साथ ही यह ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देता है जिससे यह पता चलता है कि पर्याप्त मात्रा में ब्लड ब्रेन तक पहुंचता है। ब्रेन और सेक्शुअलांगों तक पर्याप्त मात्रा में ब्लड सप्लाई होने पर आपकी लिबिडो खुद ब कीमत बढ़ जाती है।
यहां जानिए इसे कैसे करना है
काम के बल पर सीधे चलें और हाथों को अपने दोनों और सीधे रखें।
अब सांस की ओर इशारा करते हुए दोनों पैरों को कमर के पास से ऊपर की ओर देखें।
अपने हांथ को द्वार से सतह पर टिका लें और विद्यार्थियों को सहयोग देने की कोशिश करें और पैरों के साथ-साथ पीठ को भी ऊपर की ओर उठाएं।
इस मुद्रा में बने रहें और सांस को अंदर की ओर लें और फिर बाहर की ओर छोड़ें।
अपनी क्षमता के अनुसार इस मुद्रा में 1 मिनट या उससे ज्यादा देर तक बने रहें। फिर धीरे-धीरे पैरों को नीचे की ओर देखें और सामान्य स्थिति में वापस आ जाएं।
4. अधोमुखश्वानासन (नीचे की ओर मुख करके श्वान मुद्रा)
यह आपके शरीर की मांसपेशियों को फैलाता है और बॉडी में ब्लड फ्लो को बढ़ाता है। इसके अभ्यास से आप लंबे समय तक तरोताजा और एनर्जेटिक रहते हैं।
इस तरह से अभ्यास करें
डॉग पोज़ का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले अपनी लकीरें और मेज पर टेबल टॉप पोजीशन में आएँ।
अब अपने घुटनों को सीधा करते हुए अपनी पंजों से फर पर पकड़ बना लें। इस दौरान अपने बाजु को बिल्कुल सीधा रखा है।
फिर भी सिकने को जितना हो सके ऊपर उठाएं, और आगे के शरीर को हिलाएं, सीधे की हड्डियों को सीधा करने का प्रयास करें।
सीधे शब्दों में बताएं तो आप कमर के पास से आगे की ओर झुके हुए हुए, हाथों से सतह पर आकर अपने शरीर को भी (v) आकार में बनाए रखते हैं।
वहीं इस दौरान अपने सिर को नीची की ओर झुका कर अपनी नाभि को देखते रहना है।
कुछ देर से इस मुद्रा में बने रहने के बाद सामान्य मुद्रा में वापस आ जाते हैं।
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