21 जून को दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा। स्वास्थ्य मंदिर की यह प्राचीन भारतीय पद्धति का लोहा अब दुनिया भर में माना जा रहा है। रोजगारर से COVID-19 महामारी के बाद योग के प्रति लोगों के बीच अटका हुआ है। इसलिए अब वे इसमें अलग-अलग तरह के बदलाव के साथ स्वास्थ्य संबंधी लगभग हर मुद्दे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। आधुनिक जीवन के कारण सभी प्रकार से बचाव के लिए योगासन किया जा सकता है। ऐसी ही एक समस्या है बाल झड़ना। विशेषज्ञ मानते हैं कि योग में कुछ ऐसे उपाय हैं जिनका प्रयोग बालों के झड़ने और बालों से संबंधित अन्य लोगों से बचा सकता है। आइए ऐसे ही 4 योगासनों के बारे में बात करें (बालों की समस्याओं के लिए योगासन)।
आधुनिक जीवन शैली और बाल झड़ने
जीवन इतनी तेजी से भाग रहा है कि लोग न अपने डिक्स पर ध्यान दे रहे हैं और न ही अपनी देखभाल पर। यही कारण है कि इस समय बाल झड़ना सबसे बड़ी समस्या बन गई है। जिसका लाभ बाज़ार ने खूब उठाया है। तरह-तरह के विज्ञापनों को देखकर हम बालों पर कई तरह के उत्पाद लागू करते हैं। इससे बालों के टेक्सचर से लेकर उनकी जवाबदेही तक हर चीज पर गहरा असर दिखता है।
बालों का टूटना, झड़ना और सफेद होना शुरू हो जाता है। बालों को फिर से घेरने और घसीटने के लिए इन योगासनों का अभ्यास करने से बाल प्राफबलमस अपनी दूर होने लगती है। जानिए वो 4 योगासन जिन्हें करने से आपकी बालदी और नामांकन बने रहेंगे।
जानिए, वे 4 योगासनों के बारे में जो आपको बालों के झड़ने से बचा सकते हैं
1. बालासन (बाल मुद्रा)
इस योग को करने से शरीर के अन्य हिस्से मस्तिष्क में ब्लड फ्लो नियमित होने लगता है। इसका प्रभाव है बालों की रूपरेखा पर दिखता है। साथ ही टांगों में होने वाली ऐंठन और जोड़ों में दर्द से भी राहत मिल जाती है। शरीर पूरी तरह से स्वस्थ महसूस करता है। इसे नियमित रूप से करने से तनाव से भी मुक्ति मिल जाती है।
इस तरह करें बालासन का अभ्यास
इसे करने के लिए मैट पर लाइव रैक हो जाएं। अब लंबी सांस लें और घुटनों के बल मैट पर बैठ जाएं। कूल्हों को पैरों के तलवो पर टिका रखें।
योग के दौरान दोनों टांगों के बीच में गैप न रखें। अब दोनों हाथों को थाइज पर टिकाकर लें और सांस छोड़ें। दोनों हाथों को नमस्कार की मुद्रा में लें और हाथों को आगे की ओर लें।
इस योग को करने के दौरान आंखें बंद कर लें। अब अपने सिर को जम पर टिका लें। आप विचार करते हैं, तो सिर के नीचे ठोड़ी भी रुक सकती है। अब हाथों को आगे की ओर रखें।
इस मुद्रा में 1 से 2 मिनट तक बने रहें। इस योग को 3 से 4 बार करें। इससे मस्तिष्क में ब्लड फ्लो होता है।
2. शीर्षासन (हेड स्टैंड)
सिर के बल किए जाने वाले इस योग को शीर्षासन कहा जाता है। इसे नियमित तौर पर करने से मेंटल हेल्थ को फ़ायदा मिलता है। साथ ही बार-बार भूलने की समस्या भी हल हो जाती है। इससे बालों के झुंड बन जाते हैं और बालों के सदस्यों को इससे राहत मिल जाती है।
शीर्षासन कैसे करें
इसे करने के लिए आंकड़ों के आँकड़े मैट पर बैठें। अब दोनों हाथों से उग्रवादियों को एक दूसरे में जकड़ लें। ध्यान रहे कि इंग्लैंड पूरी तरह से इंटरलॉक हो सकता है।
अब हाथों को सिर के पीछे रखें लें। किसी दीवार या दरवाजे का सहारा लेकर टांगों के बल होने का प्रयास करें। इसे करने से पूरे शरीर का आकार सिर पर आ जाता है।
इस मुद्रा में 10 से 15 सेकंड तक बने रहें। इस योगासन का 3 से 4 बार बाधित होना। इसे करने से आप चिंता मुक्त रहते हैं।
3. हस्तोत्थान (हाथ उठाना)
इस योग को करने से शरीर के सभी मसल्स में खिंचाव दिखता है। शरीर पूरी तरह से पीछे की ओर मुड़ जाता है। इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन नियमित रूप से होने लगता है। हाँ योगासन शरीर के अंगों को न्यूनीकरण प्रदान करता है। इसे करने से गर्दन, सिर और नींद में ऐंठन और दर्द की समस्या दूर हो जाती है।
हस्तस्थतिसन कैसे करें
इस योग को करने के लिए मैट पर लाइव रैक हो जाएं। अपने टांगों को सीधा रखें और दोनों पैरों में थोड़ा सा गैप बनाए रखें। इससे पैरों का संतुलन आसानी से बना रहता है।
इसके बाद दोनों हाथों को ऊंचा किया जाएगा। अब दोनों हाथों से नमस्कार की मुद्रा बना लें। दोनों बाजूओं को सीधा रखें और धीरे-धीरे बाजूओं को पीछे की ओर लेकर जाएं।
इस दौरान लंबी सांस लें और छोड़ें। 5 से 10 सेकंड तक इसी मुद्रा में रहने के बाद वापस लौटता है। इस योग को करने से मानसिक शांति और शरीर में सक्रियता बढ़ती है।
4. पर्वतासन (पर्वत मुद्रा)
ये योग रीढ़ की हड्डी से जुड़ी पुरानी को दूर करने का आसान तरीका है। इसके अलावा सिर के बल झुककर किए जाने वाले इस योग को करने से बाल गिरने सहित बालों से संबंधी होने से बचा सकते हैं। इससे टैंगों में आने वाली मजबूती भी दूर होने लगती है।
इस योग को करने के लिए मैट पर लाइव रैक हो जाएं। उसके बाद दोनों टांगों में गैप बनाए रखें। ध्यान रखें की दोनों पैरों के बीच की दूरी को ज्यादा न रखें और टांगें सीधा रखें।
अब शरीर को कमर तक झुकाएं और दोनों हाथों को जमने पर टिका लें। दोनों बाजूओं के बीच गैप बनाए रखें।
टांगों से तीन गुणा गैप बाजूओं में रहते हैं। इससे शरीर पूरी तरह से संतुलित हो जाता है।
इसके बाद शरीर को ऑनसाइड वी के समान आकार दें और इस योग मुद्रा में 2 से 3 मिनट तक बैठ जाएं।
दोनों पंजों को जमीं पर टिकाएं और दोनों पंजों को पीछे से उठा लें।
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