
कई बार ऐसा होता है कि कुछ फायदे ही अचानक गले में जलन महसूस होने लगती है। आमतौर पर एसिडिटी के कारण होने वाली इस परेशानी को एसिड रिफ्लक्स (एसिड रिफ्लक्स) कहा जाता है। इससे गला कुछ देर तक काम का अनुभव करता है। बहुत अधिक स्पाइसी भोजन, धूम्रपान या फिर कई बार प्रदूषण के कारण भी इस स्थिति से निकल जाते हैं। अगर आप भी बार-बार इस समस्या से परेशान हैं और उपाय खोज रहे हैं, तो इन आसान घरेलू नुस्खों के निरंतर प्रयोग से इस समस्या से बचा जा सकता है (एसिड रिफ्लक्स को नियंत्रित करने का प्राकृतिक तरीका)।
अमेरिकन कॉलेज ऑफ राइटरोलॉजी का मामला, तो रोजाना 15 मिलियन से ज्याद अमेरिकी हार्ट बर्न यानी जलन की समस्या से जूझते हैं। हार्ट बर्न (हार्ट बर्न) एसिड रिफ्लक्स के लक्षण हैं। इस स्थिति में पेट का एसिड कई बार वापस सोफेज या गले में चला जाता है। एसिड रिफ्लक्स या जलन पर हर समय पाने के लिए रिच फूड का सेवन करना चाहिए। इसके चलते आहार में पाठक, पत्तेदार मीठे पटेटो, चुकंदर, केला, टरबूज और ओट्स सहित टमाटर अनाज को भी शामिल करें। इसके अलावा एल्कलाइन फूड्स (क्षारीय खाद्य पदार्थ) को भी अपने आहार का हिस्सा बनाना होगा।
इन चीजों का सेवन न करें
फैटी, कैफीन, चॉकलेट, तला हुआ खाना और एसिडिक फूड यानी टमाटर के सेवन से बचने का प्रयास करें। इसके अलावा बस खाना नर्वस। इसके अलावा अगर आपको भूख नहीं लग रही है तो खाने से बचें। इसके कारण भी शरीर में एसिड की मात्रा बनने लगती है। साथ ही जल्दबाजी में कुछ भी खाने से परहेज करें।
आइए जानते हैं वो आसान नुस्खे जिनके कारण आप जलन की समस्या से राहत पा सकते हैं
1. अदरक
एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटी जीवाणु गुणों से भरपूर अदरक जलन की समस्या को हटाने का काम करता है। इसके लिए अदरक को चाय में घोलकर, भोजन में पकाया जाता है या इसके पाउडर को शहद के साथ खाने से शरीर को आनंद मिलता है। अदरक का तासीर गर्म होता है। ऐसी अधिक मात्रा में इसका सेवन खतरनाक भी साबित हो सकता है।
2. नारियल पानी
नारियल पानी शरीर में पोटेशियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स का पर्दाफाश सबसे अच्छा होता है। पोटेशियम के कारण इसकी मदद से शरीर को आसानी से डीटॉक्स किया जा सकता है। साथ ही ये शरीर से सोडियम को बाहर निकालने में भी पूर्ति सिद्ध होती है। नारियल पानी में आयरन और विटामिन की असंख्य मात्रा पाई जाती है। जलन के समय नारियल पानी पीने से जल्द ही आराम मिलता है। दरअसल, सेवन से शरीर में पीएच का स्तर नियमित रहता है। इसे आप दिन में दो बार पी सकते हैं। इसे पीने से लंबे समय तक भूख नहीं लगती।
3. हल्दी
अनुसंधानगेट के अनुसार एक अध्ययन के अनुसार एसिड रिफ्लक्स और ग्राहियोसोफेगल रिफ्लक्स रोग का कारण ज्याद तनाव और सूजन भी हो सकता है। एंटी ऑक्सीडेंट्स और एंटी से विशिष्ट गुणों से भिन्न एल्डी पाचन संबधी है का एक बेहतरीन उपाय है। इसमें मौजूद करक्यूमिन हमें जलन दूर करता है। ऐसे में अमृत से फटने के लिए एक टम्बलर पानी में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पीएं। इससे जल्द ही राहत मिल गई है।

4. शहद
विटामिन और अमीनो एसिड से भरपूर शहद की वास्तविकता गले की जलन को दूर करने का काम करती है। आप चाहें, तो आधा टम्बलर पानी में शहद और एक-एक करके पी सकते हैं। इसके अलावा आधा चम्मच शहद खाने से इस समस्या से तुरंत राहत मिलती है। शहद को धीरे-धीरे धीरे-धीरे मजबूत करें। अन्यथा इसके गले में चिपकने की अनुमान बनी रहती है।
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