
UNITED NEWS OF ASIA. रायपुर। रायपुर पुलिस ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) की भर्ती घोटाले में शामिल मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी के साले देवेंद्र जोशी और उनकी पत्नी झगीता जोशी पहले ही पकड़े जा चुके हैं। अब पुलिस ने इस गिरोह के 4 अन्य सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक रेलवे कर्मचारी भी शामिल है। यह गिरोह बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर 5 करोड़ रुपये की ठगी कर चुका था।
जांच में सामने आया कि आरोपियों ने मंत्रालय की फर्जी ईमेल आईडी से नियुक्ति पत्र तक जारी किए थे और लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने का वादा किया था। गिरोह के सदस्यों ने अलग-अलग विभागों में नियुक्ति के फर्जी दस्तावेज तैयार किए और झांसा देने के लिए सरकारी वाहनों का इस्तेमाल किया। पीड़िता अंजना गहिरवार ने बताया कि आरोपियों ने उसे सरकारी नौकरी दिलाने का वादा करके 25 लाख रुपये ठग लिए थे, लेकिन नौकरी नहीं मिली। जब पैसे वापस मांगे गए, तो आरोपियों ने टालमटोल करना शुरू कर दिया।
पुलिस की गहन जांच में स्वप्निल दुबे, नफीज आलम, हलधर बेहरा और सोमेश दुबे जैसे आरोपी गिरफ्तार हुए हैं। यह गिरोह ठगी से कमाए गए पैसों को जमीन, सोना, इलेक्ट्रॉनिक सामान और क्रिप्टो करेंसी में निवेश कर रहा था। पुलिस ने इन संपत्तियों को जब्त कर लिया है, जिनमें सोने के सिक्के, मोबाइल, एसी, स्कॉर्पियो और 15 लाख रुपये की नकदी शामिल हैं।
आरोपियों की संपत्ति पर भी रोक लगा दी गई है, और फरार आरोपियों की तलाश जारी है। इस मामले में अब तक 20 से अधिक पीड़ितों की पहचान की जा चुकी है और उनसे पूछताछ की जा रही है।













