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1 बुरी लत से प्राण की बदली किस्मत, अखबार में छपा इंटरव्यू तो पिता को हुई खबर, बहन से करने लगे…

मुंबई: दिल्ली के बल्लीमारन में पैदा हुए प्राण (प्राण) का पूरा नाम प्राण कृष्ण सिकंद था। प्राण को फिल्मों में एंट्री तो आसानी से मिल गई लेकिन आगे चलकर उन्हें काफी संघर्ष भी करना पड़ा। कम लोगों को पता होगा कि प्राण अपना मेकअप-गेटअप पर बहुत काम करते थे। इसके लिए बकायदा अपने घर में कलाकार रखते थे, वह प्राण के स्केच बनाता था, फिर मेकअप मैन उस पर काम करते थे। प्राण सिर्फ अपने गेटअप ही नहीं बल्कि उच्चारण को लेकर भी हमेशा प्रयोग करते रहते थे। शायद यही वर्क उन्हें दूसरे एक्टर्स से जुदा करता था।

किसी भी खलनायक के लिए इससे बड़ी सफलता क्या हो सकती है कि उसके नाम पर लोग अपने बच्चों का नाम ही नहीं रखते। अपने खलनायकी के दौर को याद करते हुए प्राण ने एक इंटरव्यू में बताया था कि ‘उपकार’ से पहली सड़क पर मुझे देखकर लोग ‘अरे बदमाश’ और ‘लफंगे’, ‘गुंडे’ कहते थे। मुझे शक के आस-पास देखा करते थे। जब मैं पर्दे पर आता हूं तो बच्चा अपनी मां की गोद में दुबक कर आंचल में मुंह छुपा लेता है।

सिगरेट पीने की अदा से प्राण को मिला ब्रेक
आपको जानकर हैरानी होगी कि ऐसी मशहूर एक्ट्रेस संभावनाएं देखना चाहते थे। अपने इसी सपने को पूरा करने के लिए दिल्ली की एक फोटो स्टूडियो में काम करते थे। कहते हैं कि प्राण को सिगरेट पीने की लत थी। एक बार बात करने गए थे और पान की दुकान पर रुके सिगरेट के फ्रेंड उड़ रहे थे, उसी समय पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री के राइटर मोहम्मद वली की नजर उन पर पड़ी। प्राण का स्टाइल इतना पसंद आया कि अपनी फिल्म ‘यमला जट’ में काम करने का ऑफर दे दिया। इसके बाद कई पंजाबी और हिंदी शनिवार को प्राण को मिलने लगे। प्राण को साल 1942 में हिंदी सिनेमा का पहला ब्रेक फिल्म ‘खानदान’ से मिला। इस फिल्म में नूर जहां लीड एक्ट्रेस थीं.

सिगरेट पीने की आदत से मिला था पहला ब्रेक। (फोटो साभार: मूवीज और यादें/ट्विटर)

संपत्ति की तंगी हुई तो होटल में किया काम
करीब 20-22 हिंदी और पंजाबी फिल्मों में काम करने के बाद देश बंटवारे के बाद प्राण लाहौर से अपनी पत्नी और एक साल के बेटे को लेकर 1947 में मुंबई पहुंचे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक परिवार के साथ ताज होटल में फ्लौज, लेकिन काम नहीं होने की वजह से वजह से परेशानी होने लगी तो छोटे होटल में शिफ्ट हो गए। संपत्ति की तंगी हुई तो करीब 8 महीने तक मरीन ड्राइव पर एक होटल में काम भी किया। फिर देव आनंद स्टारर फिल्म ‘जिद्दी’ को मिला काम। इसके बाद एक्टर ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।

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डर के मारे पिता को नहीं बताया था
प्राण ने पिता के नाराज होने की डर से फिल्मों में काम करने के बारे में नहीं बताया था। एक बार न्यूज पेपर में उनका इंटरव्यू पब्लिश हुआ तो प्राण ने अपनी बहन से कहा कि अखबार छुपा ले लेकिन तब तक पिता देख चुके थे। मिलने के बावजूद नाराज नहीं हुए। प्राण ने सिर्फ विलेन ही नहीं बल्कि सपोर्टिंग हाइलाइट भी प्ले किए। प्राण की पॉपुलेरिटी का अंदाजा इसी से हो सकता है कि अपने समय के हाईएस्ट पेड एक्टर थे। ये अधिक पैसे सिर्फ एजेंसियों और शशि कपूर को मिलते थे।

टैग: बॉलीवुड अभिनेता, मनोरंजन विशेष

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