लेटेस्ट न्यूज़

बालों के स्वास्थ्य पर पसीने के प्रभाव यहां दिए गए हैं- यहां बालों के स्वास्थ्य पर पसीने के प्रभाव हैं

खुद को फिट रखने के लिए एक्सरसाइज और सही डाइट का ध्यान रखना जरूरी है। वेटलॉस के लिए घंटों तक वर्कआउट करने के बाद पीने वाला आपके बालों को साथ बहाने ले जाने का काम करता है। दरअसल, पसीने के कारण धूल, मिट्टी और हवा में मौजूद कई क्षतिग्रस्त कण चिपकने वाले होते हैं। इससे बालों में फंगस और खुजली जैसे रोगाणु फैलने लगते हैं। इसके चलते कार्यक्षेत्र की कार्य दृष्टि पर प्रभाव पड़ता है। जानिए बालों का झड़ना (बाल पसीना) नुकसान के कारण और इससे होने वाले नुकसान भी।

क्रोमो से जुड़ी हुई बातचीत पर करते हुए छाया निरीक्षक एवं नाड़ी विशेषज्ञ भोपाल वैद्य चंद्रशेखर का कहना है कि शरीर में समय पर आने वाले कई हेयर स्वैटिंग का कारण बन सकते हैं। नौकरीपेशा गर्मी में ये काम बढ़ने लगती है।

प्यास लगने के कारण। चित्र:शटरस्टॉक

पसीने को डैमेज करने का काम करता है। दरअसल, खाने से स्केल पर नमक और पानी की एक परत बन जाती है। इससे धीरे धीरे बालों में रूखापन बढ़ने लगता है और बालों के टूटने व झड़ने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। विशेष रूप से, स्कल पर बहुत से छिद्र होते हैं, जो प्रजनन में सहायक होते हैं। पसीने में मौजूद नमक से न केवल स्कल के पोर्स ब्लॉक हो जाते हैं बल्कि सट्रो का टैक्सचर भी खराब दिखने लगता है। इससे बचने के लिए कुछ बातों का ख्याल बेहद जरूरी है।

पसीना किस तरह से करता है बालों को प्रभावित करता है

1. बालों से बदबू आना

पसीने आने से बाल एक दूसरी तरह से उलझ जाते हैं, जिससे आप बालों को खुला नहीं छोड़ते हैं। दरअसल, हुए बालों का सुलझाना संभव नहीं है। दूसरी ओर बालों को मॉइस्चराइज़ से बदबू आती है। बार बार पेशाब से बालों में दुर्गंध की स्थिति पैदा हो जाती है। ऐसे में हेयर केयर बहुत जरूरी है

2. स्कैल्प पर इचिंग

जर्नल एक्सपेरिमेंटल डर्मेटोलॉजी के एक क्रम के अनुसार पसीने के कारण खोपड़ी के पोर्स ब्लॉक होने लगते हैं। इससे स्कैल्प की ब्रीडिंग में परेशानी होने लगती है। बार बार से खोपड़ी खुजली होने पर कंपन और सिर में पसीने की एक परत जमना शुरू हो जाती है। परेशान होकर पकड़ा जाता है और पसीने से पकड़कर बाल तोड़ते हैं।

गर्म तेल लगाने के फायदे
स्कैल्प में इचिंग से ऑयल से राहत मिलती है। चित्र:शटरस्टॉक

3. बालों का झड़ना

अत्यधिक पसीने आने से बालों की जड़ें पकड़ने लगती हैं। दरअसल, बालों में लैक्टिक एसिड बढ़ने से बालों का झड़ना बढ़ जाता है। बालों में मौजूद कैरोटीन से लैक्टिक एसिड के मिलने से बालों की घनी प्रभावित होने लगती है। इससे पी एच भी सामान्य नहीं रहता है। इससे बाल टूटते और झड़ते हैं।

4. स्टिकी हो जाना

स्वैटिंग से बालों की त्वचा तैलीय होने लगती है। इससे बालों को टाई करने में भी परेशानी होती है। बालों में बढ़ने वाले चिपचिपेपन से बालों का टैक्सचर खराब होने लगता है। बार बार शैम्पू करने से भी बालों में तेल की समस्या बनी रहती है।

अपने संपूर्ण स्वास्थ्य को ट्रैक करें! स्मार्टशॉट्स डाउनलोड करें

बालों में होने वाली स्वॉटिंग के कारण

1. व्यवस्थित परिवर्तन

शरीर में साइकिल और मीनोपोज़ इसके कारण होने वाले बदलाव खोपड़ी पर अत्यधिक पसीना का कारण बन जाते हैं। प्रेगनेंसी और एडोलेंस शरीर में होने के दौरान यूवी का प्रभाव हमारे स्कल पर दिखने लगता है। इससे स्कैल की त्वचा ऑयली हो जाती है।

2. मसालेदार खाना

विशेष और चटपटे खाद्य पदार्थों में कैप्सिसिन पदार्थ पाया जाता है। जो नर्वस को स्टिमियूलेट करता है। इससे शरीर में गर्मी बढ़ने लगती है और पसीना आने लगता है। शरीर के बाकी अंगों के अलावा खोपड़ी पर भी पसीना लगता है। इस बालों में स्टिकी रहती है।

3. वर्कआउट के बाद बालों की देखभाल ना करें

देर तक जिम में पेशाब करने के बाद अगर आप बालों को वाश नहीं करते हैं, तो इससे बालों को नुकसान होता है। बालों में चिपचिपापन रूसी और लाइव इंफेक्शन का कारण बन जाता है। इससे बालों में गंदगी दिखने लगती है और बाल गिरफ्तार हो जाते हैं।

बालों का कैसे ख्याल रखें
देर तक जिम में पेशाब करने के बाद अगर आप बालों को वाश नहीं करते हैं, तो इससे बालों को नुकसान होता है। चित्र:शटरस्टॉक

हेयर स्वैटिंग से बचने के उपाय

पसीने के दौरान डाइटिंग के लिए बालों पर टॉवल हेडबैण्ड लगाना न लें। इससे वो आसानी से सोक्स लेता है।

ज्यादा देर जुनिये खाने से बचें। इससे पेस कम आता है।

बालों को नियमित रूप से साफ सुथरा रखें। हर्बल वनस्पतियों का ही प्रयोग करें।

बालों की जड़ों में नींबू को कुछ देर तक। फिर 15 से 20 मिनट के बाद बालों को धो लें।

बालों को टाइट करने के लिए ऐसे केश विन्यास करने से बचें, जिससे आपके बालों में ज्यादा पसीना आता है।

याद रखना

बालों का झड़ना और उससे होने वाले नुकसान से बचने के लिए नींबू, एलोवेरा और आंवले व शिकाकाई को पानी में दबने से बालों को धोने से स्वेटिंग सहित पहले संक्रमण से भी राहत मिल सकती है। दरअसल, लगातार शैंपू का इस्तेमाल बालों के टूटने और झड़ने का कारण बन सकता है। इसके अलावा छांछ में मुल्तानी मिट्टी को मिलाकर सिर पर लेप लगाने से भी पसीने की समस्या दूर होने लगती है।

ये भी पढ़ें- गर्मियों में ग्रीसी बालों की समस्या को दूर करने के लिए इन 6 उपायों को अपनाएं

 


यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ़ एशिया पर खबरों का विश्लेषण लगातार जारी है..

आपके पास किसी खबर पर जानकारी या शिकायत है ?
संपर्क करें unanewsofficial@gmail.com | 8839439946, 9244604787

व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें


विज्ञापन के लिए संपर्क करें : 9244604787


निष्पक्ष और जनसरोकार की पत्रकारिता को समर्पित
आपका अपना नेशनल न्यूज चैनल UNA News

Now Available on :

Show More
Back to top button

You cannot copy content of this page