
स्वाद के लिए हम खाने को अलग-अलग तरीके से तैयार करते हैं। फ़ूड बॉइलिंग (भोजन उबालना), स्टीमिंग (फूड स्टीमिंग), फ्री (फूड फ्राई करना) के अलावा हम फ़ूड को ओवरकुक (फूड ओवरकुकिंग) भी करते हैं। हम इस बात से बने रहते हैं कि भोजन का अधिक सेवन करने से लाभ या हानि होती है। फ़ूड को ओवरकूक करना क्या डैमेजड हो सकता है, यह जानने के लिए हमने आज की बात की उजाला साइनस ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स में डाइटीशियन एकता सिंघवाल से।
ओवरकुक से स्वास्थ्य समस्या हो सकती है
डायटीशियन एकता बताती हैं, ‘भोजन को काम करने के तरीके के बारे में हम सभी जानते हैं। अंडर-कुकिंग से तैयार होने वाली बीमारी में बैक्टीरिया का खतरा बढ़ जाता है। भोजन को ओवरकुक करने के लिए भी आपके जोखिम होते हैं। इसके साथ सबसे बुरी बात यह है कि ओवरकुक से होने वाले नुकसान (ओवरकुकिंग फूड साइड इफेक्ट्स) के बारे में सभी ऐसा नहीं कर रहे हैं।
भोजन को जरूरत से ज्यादा पकाने से ज्यादा खतरा होता है भोजन को पकाने से। अधिक तापमान पर खाना पकाने से कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं जुड़ी होती हैं।
जानकार के इन 4 कारणों के बारे में बताएं कि खाने को अधिक समय तक रखने से सावधान रहें
1. मेटाबोलाइज करना मुश्किल है (चयापचय में कठिनाई)
अक्सर कुछ खाद्य पदार्थ, जैसे कि मीट, मछली, मशरूम, आलू को आग या इलेक्ट्रिक तंदूर पर पकाते हैं। इसका सोंधा स्वाद पाने के लिए हम उसे और अधिक गर्म करते हैं। इससे ये खाना जल भी जाता है। एक निश्चित तापमान से तैयार किए जाने के बाद भोजन को चयापचय करना अधिक कठिन हो जाता है। पाचन क्रिया संपन्न होने के लिए यह अधिक देर तक आंत में रहती है। अधिक समय तक रहने में जहरीला (जहरीला खाना) भी हो सकता है। स्टीम कुकिंग और आधारने जैसी तकनीक भोजन को खतरनाक तापमान से नीचे रखने में मदद करती है।
2. अधिक पका हुआ खाना पोषक तत्वों को खो देता है (ज्यादा पका हुआ खाना पोषक तत्वों को खो देता है)
यह विशेष रूप से लड़कियों पर लागू होता है। कई विटामिन गर्मी के प्रति संवेदनशील होते हैं। लंबे समय तक खाना पकाने से विटामिन की मात्रा कम हो जाती है। अधिक देर तक भूने या उच्च प्रलोभन देने वाली लड़कियों के बजाय महिलाओं को खाना छोड़ना चाहिए। विटामिन सी की स्वस्थ खुराक पाने के लिए सिरका, काली मिर्च, टमाटर, प्याज आदि को सितारों के रूप में अधिक खाना चाहिए।
3 भोजन में एक आदत और एक पाकी सब्जी लेने का लाभ (कच्ची और पकी सब्जियों के फायदे)
पाकी हुई लड़कियों के स्वास्थ्य में निखार आया है। लेकिन उन्हें गर्म करने के बजाय धीमी आंच पर लगाम लगाते हैं। प्रत्येक भोजन के साथ एक विजेट और एक पाकी हुई सब्जी परोसने की कोशिश करें। इससे आपको सभी आवश्यक विटामिन और विटामिन मिल सकते हैं। रोज एक ही सब्जी खाने के बजाय अलग-अलग योनि स्राव की कोशिश करें।
4 जले हुए पदार्थ पदार्थों में कार्सिनोजेनिक पदार्थ होते हैं (अधिक पके हुए भोजन में कार्सिनोजेनिक पदार्थ होते हैं)
जब किसी भी खाद्य पदार्थ को बाहर से पकाया जाता है तो कुछ खाद्य पदार्थों में खतरनाक कार्सिनोजेनिक पदार्थ (कार्सिनोजेनिक पदार्थ) हो सकते हैं। यह मिलता है विशेष रूप से लागू होता है। यह एक निश्चित तापमान से ऊपर गर्म करने पर हेट्रोसायक्लिक माइन जैसे समूह समूह का उत्पादन करता है।

ग्रिल करते समय गर्मी से कोयले पर मांस में मौजूद वसा या टीप हो सकता है। ये हाइड्रोकार्बन वाष्प के रूप में उनमें से निकल सकते हैं और मांस फैल सकता है। इसलिए डायरेक्ट हीट पर ग्रिल्ड करने के बजाय सामान्य तरीके से पकाने की कोशिश करें।
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