
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने विकास के ‘गुजरात मॉडल’ पर चुटकी ली। उन्होंने कहा, ”बार-बार जब गुजरात मॉडल की बात होती है… हमारे प्रधानमंत्री ने ‘पीएम’ की परिही बदल दी है। ‘पीएम का मतलब प्रधानमंत्री नहीं बल्कि इसका मतलब ‘पैकेजिंग और मार्केटिंग’ हो गया है क्योंकि वह पैकेजिंग और मार्केटिंग करते हैं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विकास के बहुप्रचारित गुजरात मॉडल पर कटाक्ष करते हुए बुधवार को इसे सिर्फ प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की मार्केटिंग का नाम दिया। साथ ही, उन्होंने पूर्वी नहर परियोजना परियोजना (एससीसीपी) को राष्ट्रीय परियोजना का स्तर देने को लेकर केंद्र सरकार पर लक्षित साधा और कहा कि वह अपने बयान के पीछे हट रही है। गहलोत ने यहां दस्तावेज से बातचीत करते हुए राज्य सरकार की संभावना परियोजना का उल्लेख किया।
उन्होंने कहा, ”मोदी जी का मॉडल क्या था..चुनाव जीतना अलग बात है अगर आप गुजरात आएंगे तो मिलेगा कि वह मॉडल कुछ मॉडल ही नहीं था…वह तो मोदी जी की मार्केटिंग कर रहे थे।” गहलोत ने कहा, ”हमने चार साल में जो जजमेंट किया, वह ऐसा है जो हिंदुस्तान में किसी स्टेट में नहीं है।”
सरकार अपनी चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, निरीक्षण रसोई योजना, शहरी रोजगार योजना एवं उड़ान योजना का उल्लेख करते हुए गहलोत ने कहा, ”मुझे गर्व है कि हमारी सरकार ने हर किसी के सहयोग से ऐसे निर्णय हर दिन पूरे देश में ले रहे हैं। । देश ही नहीं, दुनिया भर में ऐसी कोई योजना नहीं है। हम प्रधानमंत्री से मांग करते हैं कि हमारे जो पांच कार्यक्रम हैं ऐसी आयात आप पूरे देश में करवाएं।”
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने विकास के ‘गुजरात मॉडल’ पर चुटकी ली। उन्होंने कहा, ”बार-बार जब गुजरात मॉडल की बात होती है… हमारे प्रधानमंत्री ने ‘पीएम’ की परिही बदल दी है। ‘पीएम का मतलब प्रधानमंत्री नहीं बल्कि इसका मतलब ‘पैकेजिंग और मार्केटिंग’ हो गया है क्योंकि वह पैकेजिंग और मार्केटिंग करते हैं। उनका कोई प्रतिस्पर्धी नहीं है, वह बहुत प्रभावित हैं।” उन्होंने कहा, ”असल बात तो यह है कि अलग-अलग राज्यों में जो काम किए गए हैं वे गुजरात से भी अधिक प्रभावशाली हैं और जनता के लिए लाभ साबित हुए हैं। ”
राज्य के 13 नेटवर्क में प्रिया एवं सिंचाई जल के लिए महत्वपूर्ण आधार सीपी को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इसे राष्ट्रीय परियोजना का स्तर देने का वादा किया था। गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार अब अपनी बात से मुकर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस प्रस्तावित परियोजना में अपना हिस्सा देने को तैयार है। श्री ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा इस परियोजना से शेखी होने से भी गुजर रही है और उसके प्रभाव को कम करने की कोशिश में राज्य से सांसद एवं केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंहावत नए बयान देकर जनता को शर्त कर रहे हैं।
गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार इस परियोजना का काम जारी रखेगी। इसी के साथ उन्होंने कहा, ”संदर्भ सीपी का दायरा इतना बड़ा है कि चुनाव में भाजपा के सभी 13 मतदाता स्पष्ट हो जाएंगे।” जयराम रमेश ने इस मुद्दे पर कहा, ”प्रधानमंत्री का कहना है कि वे गैर भाजपा दलों के साथ भेदभाव करते हैं नहीं करते लेकिन सीपी इसकी मिसाल है कि जो कहते हैं वह उसे नहीं करते।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने खुद इसे एक बार राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने का वादा किया था। भारत जोड़ो यात्रा बुधवार सुबह सवाई माधोपुर के यात्रियों के लिए आगे शुरू हुई।
भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन राहुल गांधी के साथ गए। पार्टी प्रवक्ता के अनुसार दोनों के बीच देश की व्यवस्था एवं मौजूदा आर्थिक स्थिति को लेकर लंबी और गहरी बातचीत हुई थी। दोनों लगभग दस किलोमीटर के साथ चले। दोपहर में राहुल गांधी ने श्रम एवं रोजगार के मुद्दों पर विवाद किया और कई यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की। शाम के चरण के बाद यात्रा बड़ी (दौसा) पहुंचती है। वहां राहुल ने नुक्कड़ सभा को मैसेज किया।
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